ये तो सच है के भगवान है है मगर फिर भेी अन्जान है..!
धरतेी पे रुप मा बाप का उस विधाता की पहेचान है..!
जन्म दाता है जो नाम जिनसे मिला,थाम कर जिनकी ऊंगली है बचपन चला,
कांधे पर बैठ के जिनके देखा जंहा,प्यार जिनसे मिला क्या बुरा क्या भला..?
कितने उपकार है क्या कहे..? ये बताना ना आसान है..!
धरती पे रुप मा बाप का उस विधाता की पहेचान है..!
जन्म देती है जो मां जिसे जग कहे, अपनी संतान मे प्राण जिसके रहे..!
लोरीयां होठो पर सपने बुनती नझर, नींद जो वार दे हसके हर दुःख सहे..!
ममताके रुपमे है प्रभु, आपसे पाया वरदान है..!
धरती पे रुप मा बाप का उस विधाता की पहेचान है..!
आपके ख्वाब हम आज हो कर जवां, उस परम शक्ति से करते है प्रार्थना..!
इनकी छाया रहे रहेती दुनिया तलक, एक पल रहे शके हम ना जिनके बिना..!
आप दोनो सलामत रहे सब के दिल मे ये अरमान है ..!!
धरती पे रुप मा बाप का उस विधाता की पहेचान है..!
ये तो सच है के भगवान है है मगर फिर भेी अन्जान है..!
धरतेी पे रुप मा बाप का उस विधाता की पहेचान है..!
WE ARE JOINING WITH THE GHIA FAMILY FOR CHATU’S PARENTS BIG 50th UNITED LIFE.THEIR NURTURING THE FAMILY WITH GREAT SERVICE TO FAMILY AND SOCIETY WILL BE CONTINUED.
THE TRIVEDI PARIVAR WISHES MANY MORE YEARS TOGATHER.
પૂજ્ય અંકલ,
આપનો અંત:કરણ પૂર્વક આભાર માનું છું..! જય શ્રી કૃષ્ણ.